सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

हवा हवाई हो गई चांदनी .......


‌आज सुबह चाय पी ही रहा था कि सोचा जरा देश दुनिया का हाल-चाल भी ले  लिया जाय और टीवी आन कर दिया । अरे ये क्या सुन रहा हूँ....शाक करने वाली खबर थी वो भी बालीवुड से कि जानी मानी फ़िल्म इण्डस्ट्री की अभिनेत्री श्री देवी का निधन होने की । न्यूज़ से जानकारी मिली कि उनकी मौत हार्ट अटैक से दुबई के जुबैरा होटल में मौत हो गई है। वो अपने भांजे की शादी में अपने पति बोनी कपूर व छोटी बिटिया ख़ुशी के शामिल होने आई थी। फ़िल्म इंडस्ट्री में अपना एक अलग मुकाम बनाने वाली श्रीदेवी करीब 50 वर्ष तक का अदाकारी में बिताया । मात्र चार वर्ष में ही बाल कलाकार रूप में अपने कैरियर की शुरुआत की थी। और तमिल ,कन्नड़, हिंदी  आदि भाषाओं में 200 से अधिक फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरा। फ़िल्म फेयर, पद्मश्री जैसे अवार्ड से सम्मानित हुई थी।  चांदनी, सदमा,नगीना,मिस्टर इंडिया,लम्हे,खुदा गवाह, जुदाई, जैसी ब्लॉकबस्टर यादगार फिल्में दी हैं। हमेशा स्वस्थ रहने वाली श्रीदेवी की अचानक उनकी मौत से सारा फ़िल्म इंडस्ट्री सन्न रह गया ,लाखों प्रशंसकों में शोक की लहर फ़ैल गई।  इस घटना के बाद मैं भी बहुत ही शॉक्ड हो गया। ये सोचने पर मन मजबूर हो गया कि एक -एक फ़िल्म में अभिनय के लिए 90 के दशक में एक-एक करोड़ लेने वाली श्रीदेवी का मात्र 54 वर्ष में दुनिया छोड़ कर चले जाना और उनका सबकुछ यहीं छूट गया । लेकिन इसी धन बैभव के लिए  सारा जीवन कड़ी मेहनत करके गुजारा , पर गया नही कुछ भी। जब तक लोगों की साँसे चलती है लोग मोह माया में फंसा रहता है। आज बोनी कपूर ही नहीं बालीवुड में भी हवा हवाई वाली मिस इंडिया चांदनी ने अंधेरा फैला दिया है ,लोग सदमे में हैं। और देश व फ़िल्म दुनिया के सिनेप्रेमियों ने एक हंसमुख, खूबसूरत महान अदाकारा खो दिया है। जिसकी कमी को  भर पाना नामुमकिन है। अब उनका सबसे प्यारा रंग सफ़ेद था। अब उसी रंग में लिपट चुकी हैं। शांति का प्रतीक सफेद होता है।  उनकी ख्वाहिश भी थी कि मेरा अंतिम संस्कार सफेद भवन में सफेद रंगों में ही हो।  मन मोहने वाली इस महान अदाकारा को मेरी व लोकदस्तक परिवार की ओर से विन्रम श्रधांजली😢।  फिर भी दिल से ये आवाज आ रही है .......हम तुमको न भूल पाएंगे।
@NEERAJ SINGH

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

काश .......कोई मेरी भी सुनता !

  प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है,क्योंकि इसी दिन राक्षसराज रावण का अंत करके लंका की जनता को उस की प्रताड़ना से मुक्त करा कर अयोध्या लौटे थे I इस दिन मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की पूजा भी की जाती है और अपने-अपने घरों को दीप जलाकर सजाया जाता है I इस बार भी अयोध्या में 12 लाख दीप जलाकर योगी की उत्तर प्रदेश सरकार वर्ल्ड रिकार्ड बना रही है I यह एक अच्छी पहल है, होना भी चाहिए ,जिससे कि आने वाली पीढ़ियां हमारी संस्कृति को समझ सके, उन्हें जान सके I लेकिन देश भर में मनाये जा रहे दीपावली त्यौहार पर आर्थिक नीतियों में ग्रहण की तरह घेर रखा है I पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों ने जनता का दिवाला निकाल दिया है I विगत 02 साल में जहां कोरोना देश की नहीं आम जन के बजट को हिला कर रख दिया है I महंगाई बढ़ने लगी I अब जबकि कोरोना महामारी से लोग उबरने लगे हैं I देश की अर्थव्यवस्था सुधरने लगी है I लेकिन महंगाई पर अभी भी सरकार नियंत्रण करने में पूरी तरह सक्षम नहीं हो पा रही है I इसी बीच पेट्रोलियम पदार्थों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है और यह अब शतक लगाकर पार हो चुका है I ...

संकुचित राजनीति की बदरंग तस्वीर

    जाति-धर्म के फैक्टर में, कोई नहीं है टक्कर में....उक्त स्लोगन आज की राजनीति के परिप्रेक्ष्य में देखा जाय बिल्कुल सटीक बैठता है I विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में वर्तमान में जिस तरह की राजनीति चल रही है ,आने वाले समय में विषम परिस्थितियों को आमंत्रित करने का कार्य किया जा रहा है I जो न तो लोकतंत्र के सेहत के लिए ठीक होगा न ही आवाम के लिए ही हितकारी होगा I  हमारे राजनीतिक दलों के आकाओं को भी चिन्तन करने की जरूरत है कि सत्ता के लिए ऐसी ओछी राजनीति कर देश की स्थिरता को संकट में डालने का कार्य कर रहे हैं I देश के बड़े-बड़े  अलम्बरदार माइक सम्हालते ही सबसे बड़े देश-भक्त बन जाते हैं I लेकिन चुनाव आते ही वोट पहले और देश बाद में होता है I मंचों पर जो विचारधारा प्रस्तुत करते हैं ,वो चुनावी रणनीति में बदल जाती है I बस एक ही एजेंडा होता है जीत सिर्फ जीत इसके अतिरिक्त कुछ भी नहीं I पार्टी का सिद्धांत तो तेल लेने चला जाता है I अभी हाल के दिनों में कुछ राजनीतिक घटनाओं में उक्त झलक दिखी I पंजाब, उत्तर प्रदेश में 2022 में चुनाव होने हैं I जातिगत आधार पर राजनीति शुरू ह...

यूपी चुनाव ने गढ़े नये आयाम

  यूपी में का ....बा ! यूपी में बाबा ... जैसे गीतों की धुन विधानसभा चुनाव 2022 में खूब चले अरे उठापटक के बीच आखिरकार विधानसभा चुनाव संपन्न हुआ I एक बार फिर योगी जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने जा रही है I संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में अनेकानेक सवाल भी अपने पीछे छोड़ कर गया है I इस बार यह चुनाव धर्म जाति पर लड़े या फिर राष्ट्रवाद सुरक्षा सुशासन महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चुनाव हुए ? राजनीतिक दलों ने मुद्दे तो खूब उठाएं धर्म जाति दोनों पिचों पर दलों ने जम कर बैटिंग किया चुनाव की शुरुआत में जिन्ना का प्रवेश हुआ हिंदुत्व मुद्दा बना कई दलों में मुस्लिम हितैषी बनने को लेकर होड़ मची दिखी चुनाव का अंत में EVM पर आकर टिक गया I चुनाव काफी दिलचस्प रहा लोगों में अंत तक कौतूहल बना हुआ था कि किसकी सरकार बनेगी I फिलहाल योगी सरकार बन ही गई इस चुनाव में सभी मुद्दों दोही मुद्दे सफल हुए जिसमें राशन व सुशासन I ये सभी मुद्दों पर भारी रहे I पश्चिम उत्तर प्रदेश में सुशासन तो पूर्वी में राशन का प्रभाव दिखा I इस चुनाव में मुस्लिम समुदाय का एक तरफा वोटिंग ने समाजवादी पार्टी को 125 सीटों तक पहुं...