आज का किशोरावस्था एक नई दिशा व पहचान के लिये उत्सुक होता है । जिसके चलते इस शारीरिक परिवर्तन काल में मन में तरह-तरह विचार आते रहते हैं । यह उम्र एक अवस्था से दूसरी अवस्था की ओर अग्रसर रहता है । इसलिए इस परिवर्तन काल में अच्छे बुरे की पहचान ही नहीं हो पाती है, और कभी अच्छे कभी गलत कदम उठा लेते हैं जिसके कारण मन में तनाव जैसी स्थिति आ जाती है। किशोरवस्था बुद्धि का विकास पूर्ण नही होता है, फिर भी ये कुछ कर गुजरने की जहमत उठाने में गुरेज नही करते हैं। जिससे अपनी एक पहचान बना सकें और चर्चा में रहें। इनके लिए हर प्रतिस्पर्धा में जीत आवश्यक है। हार इन्हें जरा भी पसंद नही हैं। हार का मतलब सीधे सुसाइड समझते हैं। जबकि हार से ही जीत की शुरुआत होती है,पर कौन इन्हें समझाये। ये अवस्था ही आवेशित, उग्र, आक्रमक होती है।इन्हें प्यार व शांत मन से समझाया जा सकता है। अब किशोरों की लाइफ पहले से काफी बदल चुकी है। ये शिक्षक, महान खिलाड़ी,राजनीतिक , आदि को अपना आदर्श मानते थे। लेकिन अब तो वीडियो गेम में मशगूल रहने वाले किशोरों को गेम में मौजूद कैरेक्टर को अपना हीरो मान रहे हैं।एक नई आर्टिफिशियल माइ...
EK ANOKHA SACH AAP TAK