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मुखौटों में छिपी है बॉलीवुड----!

 




लाख छुपाओ छुप न सकेगा 

राज हो कितना गहरा

लाख छुपाओ छुप न

सकेगा राज हो कितना गहरा
दिल की बात बता देता है
असली नकली चेहरा .........उक्त पंक्तियां 1962 में बनी देवानन्द फ़िल्म असली नकली का गीत है जिसे लता मंगेशकर जी ने गाया था। इसके बोल आज पूरी तरह से वहीं चरितार्थ हो रही है ,जहां ये फ़िल्म बनी थी। बॉलीवुड का अब NCB नकली मुखौटे उतारने लगे हैं। लोगों के सपनों को साकार करने वाली लाखों के हाथों में रोजगार देने वाली दुनिया में अलग पहचान रखने वाली रखने वाली अलग पहचान रखने वाली रखने वाली समाज को नई दिशा देने वाली बॉलीवुड की पहचान अलग ही दिशा में हो रही है बॉलीवुड का जो सच निकल के आ आ रहा है ,बहुत ही विस्मयकारी और दुखदायी है। अब बॉलीवुड को ड्रग बॉलीवुड के नाम से मीडिया में पहचान बन गई है जो कि काफी दुःखद बात है।
एक----दो----तीन--- नहीं कई चेहरों वाली बॉलीवुड है । एक-एक करके बेनकाब भी हो रहें हैं। आज NCB  की इस कार्रवाई से बॉलीवुड में हर तरफ हड़कंप मचा हुआ छोटी सी बड़ी मछलियां एनसीबी की जाल में फंस रही है छोटे से बड़े एक्टर डायरेक्टर प्रोड्यूसर भी फस रहे हैं आज ड्रग के इस रैकेट में जिस प्रकार बॉलीवुड फंसा हुआ है। ये फिल्मी बॉलीवुड अब ड्रग बॉलीवुड बन कर उभर रहा रहा है।युवा जिसे अपना आईडल मानता रहा है ,अब वही नशेड़ी बनकर सामने आ रहे हैं।आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत ही दुःखद स्थिति बन गई है। अगर इसी प्रकार युवा नशे की लत में खोखला होता जाएगा, उस देश का भला होने वाला नही है। रही बात बॉलीवुड की तो ये अक्सर ही चर्चाओं में आता रहता है। यहाँ बन रही फिल्मों में अधिकतर फिल्मों में विषय ही ड्रग होता है। ये दम मारो दम गाते गाते ये अभिनेता व अभिनेत्रियां खुद ही ड्रग से बेदम होने लगे। जानकारों की माने तो ड्रग पार्टियां पहले भी होती थी, आज भी हो रही हैं। बड़े-बड़े सेलेब्रेटी इस मकड़जाल में फंस गये हैं। अब बॉलीवुड की सबसे टॉप एक्टर दीपिका पादुकोण से लेकर श्रद्धा कपूर, सारा अली खान भी ड्रग जांच में फंसती नजर आ रही हैं। ये पहली बार नही हो रहा है ,1982 में संजय दत्त भी ड्रग मामले में जेल जा चुके हैं।फरदीन खान पर भी केस चल रहा है। अब करण जौहर जैसे बड़े डायरेक्टर व प्रोड्यूसर भी NCB की जांच के घेरे में आ रहे हैं। ये सब शुरुआत सुशांत सिंह के केस से शुरू होकर रिया चक्रवर्ती तक पहुंची जिसके तहत अनेक ड्रग माफिया, पेडलर फंसने लगे। कि जेल भी जा चुके हैं। आज ड्रग बॉलीवुड में में गहरी जड़ बना चुका है। दाऊद इब्राहिम भले ही देश के बाहर है, लेकिन उसके ड्रग व्यवसाय में कोई कमी नही आई है। दिनों दिन प्रशासन की नाक के नीचे फलफूल रहा है। माफियाओं के नंबर दो का पैसा भी फिल्मों में लगने की बात आये दिन उठाया जाता है। आज बॉलीवुड ड्रग धंधे के लिए मुफीद स्थान बन चुका है। केंद्र सरकार भी ड्रग को लेकर काफी गम्भीर दिख रही है।नारकोटिक्स विभाग पूरी तन्मयता के साथ ड्रग के इस मकड़जाल को तोड़ने के लिए जुटा हुआ है।अब ये देखना है कि ये जांच किस मुकाम को हासिल करती है। विपक्ष का मानना है कि अभिनेत्रियों व अभिनेताओं को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। फिलहाल बडे-बड़े  सेलेब्रेटी का ड्रग जांच में मुखौटे उतरने लगे हैं। धीरे धीरे जांच में कौन असली , कौन नकली चेहरा लगाया है खुलासा हो रहा है।
@NEERAJ SINGH

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